सिलिकॉन वैली में साहिबजादों के बलिदान को श्रद्धांजलि
वॉशिंगटन, 30 दिसंबर (पीटीआई) – सिलिकॉन वैली के सिख और हिंदू समुदाय ने वीर साहिबजादे बलिदानी दिवस के अवसर पर एकत्र होकर गुरु गोबिंद सिंह के चार पुत्रों के बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह कार्यक्रम 26 दिसंबर को कैलिफोर्निया के ग्रेटर सैक्रामेंटो के जैन सेंटर में आयोजित किया गया, जिसकी शुरुआत अरदास (सिख प्रार्थना) से हुई और उसके बाद सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का जश्न मनाने वाले मंचीय प्रदर्शन और प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई।
एल्क ग्रोव के मेयर बॉबी सिंह-एलन ने इस प्रकार के आयोजनों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “ये हमारे समुदायों के लिए एक-दूसरे से सीखने के सार्थक अवसर हैं। मैं एकता, विश्वास और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए निरंतर सहयोग की आशा करता हूं।” एल्क ग्रोव शहर के विविधता और समावेशन आयुक्त डॉ. भाविन पारिख ने कार्यक्रम की भूमिका पर प्रकाश डाला, “न्याय, दृढ़ता और अटल विश्वास के साझा मूल्यों के माध्यम से निर्मित एक बंधन।”
यह कार्यक्रम 24 नवंबर को सैक्रामेंटो के गुरुद्वारा संत सागर में आयोजित पहले अंतरधार्मिक एकता कार्यक्रम के बाद दूसरा है। गुरुद्वारा संत सागर के महासचिव नरिंदरपाल सिंह हुंडल ने साहिबजादों के बलिदान की कहानी और ऐतिहासिक संदर्भ का विस्तार से वर्णन किया और 2025 के नवंबर में गुरु तेग बहादुर के 350वें बलिदान की वर्षगांठ के बड़े आयोजन की योजना की घोषणा की।
गुरु गोबिंद सिंह के छोटे पुत्र जोरावर सिंह (6) और फतेह सिंह (9) को 18वीं सदी में मुगल सेना ने मार डाला, जबकि बड़े पुत्र अजित सिंह और जुझार सिंह चामकौर साहिब की लड़ाई में क्रमशः 18 और 14 वर्ष की आयु में शहीद हो गए। पीटीआई एलकेजे एससीवाई एससीवाई