**प्रयागराज, उत्तर प्रदेश** – महाकुंभ में एक महत्वपूर्ण संबोधन में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की नदी प्रणालियों पर जलवायु परिवर्तन के गंभीर प्रभाव को उजागर किया। उन्होंने नदियों के सूखने की समस्या से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया, जो क्षेत्र की पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
हजारों भक्तों और पर्यावरणविदों की उपस्थिति में, मुख्यमंत्री ने स्थायी प्रथाओं और जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए सामूहिक प्रयासों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने जल संरक्षण उपायों को लागू करने और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने में सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों से सहयोग करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री की टिप्पणी ऐसे महत्वपूर्ण समय में आई है जब राज्य बढ़ते जल संकट का सामना कर रहा है, जो कृषि, उद्योग और दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है। उनके कार्रवाई के आह्वान का उद्देश्य भविष्य की पीढ़ियों के लिए राज्य के प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करने के लिए सभी क्षेत्रों में प्रयासों को प्रोत्साहित करना है।
**श्रेणी:** पर्यावरण
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