हाल ही में एक संबोधन में, आध्यात्मिक गुरु साधगुरु ने छात्रों को परीक्षा के दौरान तनावमुक्त तरीके से पढ़ाई करने के लिए कुछ अमूल्य सुझाव दिए। उन्होंने छात्रों को अपनी पढ़ाई के प्रति एक आनंदमय दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी, जो उनके शैक्षणिक प्रदर्शन को काफी हद तक सुधार सकता है।
साधगुरु ने बताया कि तनाव अक्सर असफलता के डर और सामाजिक दबाव से उत्पन्न होता है। उन्होंने छात्रों को केवल उच्च अंक प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, वास्तव में सीखने की प्रक्रिया का आनंद लेने के लिए प्रेरित किया। उनके अनुसार, इस मानसिकता में बदलाव छात्रों की शैक्षिक यात्रा को अधिक पूर्ण बना सकता है और परीक्षा के परिणामों में सुधार कर सकता है।
आध्यात्मिक गुरु ने छात्रों को परीक्षा के दौरान शांति और स्पष्टता बनाए रखने के लिए कुछ विशेष मंत्र और अभ्यास भी साझा किए, जिनमें नियमित ध्यान, संतुलित जीवनशैली बनाए रखना और शारीरिक गतिविधियों में संलग्न होना शामिल है।
जब दुनिया भर के छात्र शैक्षणिक उत्कृष्टता के दबाव से जूझ रहे हैं, तो साधगुरु की ये अंतर्दृष्टि एक महत्वपूर्ण समय पर आई है। उनके शब्द हमें याद दिलाते हैं कि शिक्षा एक आनंदमय अन्वेषण होनी चाहिए, न कि एक तनावपूर्ण बाध्यता।