भारत ने अपनी समुद्री रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए रूस के साथ एक समझौता किया है, जिसमें उन्नत एंटी-शिप क्रूज़ मिसाइलों की खरीद शामिल है। यह समझौता क्षेत्र में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच भारत की नौसेना की शक्ति को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। लंबी बातचीत के बाद यह समझौता अंतिम हुआ, जो दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे रक्षा साझेदारी को और मजबूत करता है। मिसाइलों को विभिन्न नौसेना प्लेटफार्मों पर तैनात किया जाएगा, जिससे भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिए एक रणनीतिक बढ़त मिलेगी। यह अधिग्रहण भारत की व्यापक रक्षा आधुनिकीकरण रणनीति के साथ मेल खाता है, जिसका उद्देश्य अपनी सशस्त्र सेनाओं को अत्याधुनिक तकनीक से लैस करना है। इन मिसाइलों की खरीद भारतीय नौसेना की परिचालन तत्परता और प्रतिरोध क्षमता को बढ़ाने की उम्मीद है।