**नई दिल्ली, भारत** — केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के हालिया बयान पर कांग्रेस पार्टी ने कड़ी आलोचना की है। रिजिजू ने संकेत दिया कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर का राज्यत्व पुनःस्थापित करने की जल्दी में नहीं है। इस बयान ने राजनीतिक बहस को जन्म दिया है, जिसमें कांग्रेस ने केंद्र पर अपने वादों से मुकरने का आरोप लगाया है।
प्रेस ब्रीफिंग में, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “रिजिजू का बयान स्पष्ट रूप से दिखाता है कि सरकार जम्मू-कश्मीर के लोगों से किए गए वादे को पूरा करने के लिए अनिच्छुक है। यह राज्यत्व पुनःस्थापित करने में अनिश्चितकालीन देरी की व्यापक रणनीति को दर्शाता है।”
रिजिजू के हालिया साक्षात्कार से यह विवाद उत्पन्न हुआ है, जहां उन्होंने संकेत दिया कि राज्यत्व पुनःस्थापित करना सरकार के तत्काल एजेंडे में नहीं है। विपक्षी दलों ने आलोचना की है, जो दावा करते हैं कि केंद्र 2019 के अगस्त में अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के दौरान दिए गए आश्वासनों से पीछे हट रहा है।
कांग्रेस पार्टी ने सरकार से अपनी स्थिति स्पष्ट करने और राज्यत्व पुनःस्थापना के लिए एक समयसीमा प्रदान करने का आग्रह किया है, जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए लोकतांत्रिक शासन और क्षेत्रीय स्वायत्तता के महत्व पर जोर दिया है।
हालांकि, केंद्र सरकार ने कहा है कि उसका ध्यान क्षेत्र में विकास और सुरक्षा पर है, और उचित समय पर राज्यत्व पर विचार किया जाएगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मुद्दा आगामी चुनावों में एक महत्वपूर्ण विवाद का विषय बन सकता है।
**श्रेणी:** राजनीति
**एसईओ टैग:** #जम्मूकश्मीर #राज्यत्वविवाद #किरनरिजिजू #कांग्रेस #भारतीयराजनीति #swadesi #news