केरल में पहली कैथोलिक नन के रूप में सिस्टर जोसेफिन मैरी की मेडिकल ऑफिसर के रूप में नियुक्ति ने राज्य के स्वास्थ्य और धार्मिक इतिहास में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर स्थापित किया है। समाज सेवा के लिए समर्पित सिस्टर जोसेफिन अब चिकित्सा क्षेत्र में अपनी सेवा का विस्तार करेंगी। उनकी नियुक्ति को धार्मिक सेवा और पेशेवर स्वास्थ्य सेवा के बीच की खाई को पाटने की दिशा में एक प्रगतिशील कदम माना जा रहा है। यह ऐतिहासिक घटना धार्मिक व्यवसायों में महिलाओं की बदलती भूमिकाओं और विभिन्न पेशेवर क्षेत्रों में उनके योगदान को उजागर करती है। कॉन्वेंट से मेडिकल ऑफिस तक सिस्टर जोसेफिन की यात्रा उनके समर्पण और आधुनिक समाज में धार्मिक भूमिकाओं के बदलते स्वरूप का प्रमाण है।